2020/05/17

गजल ASHOK KUMAR AMBASSADOR OF IFCH









गजल

ASHOK KUMAR 

AMBASSADOR OF IFCH 

नफरत के इस छलके दर्द को 
मानवता की मरहम से मिटाओ 

दर्द को यारो  खुशी की मदिरा 
दिल से दिलो को मिला मुस्कुराओ 

अंधेरा बहुत है ,कठिन डगर है 
आशाओ के तुम दीप जलाओ 

 शमशान बन रहे है आज सभी घर 
 इस गुलशन को फूलो से महकाओ 

कतरा -कतरा बिखरे कला का इस गुलशन मे 
पैगामे- मुहब्बत के नगमे तुम इस जहां मे गाओ

मुश्किलो मे ही  छिपा है उनका हल भी दोस्तो 
कर खुद पर भरोसा मुश्किलो से नजरे मिलाओ 

  गार्दिशो से आँखे  मिला हौसलो को चूम कर दोस्तो 
 ज़िंदगी को अपनी मातृ भूमि को समर्पित कर जाओ  

INDIA 

MAY 18 ,2020 
©️®️
ASHOK KUMAR
PRINCIPAL