2020/05/03

Author: Dr Navin-Kumar Upadhyay IFCH Ambassador in India









Author: Dr Navin-Kumar Upadhyay
IFCH Ambassador in India

जिंदगी मौत बीच कोई फासला नहीं,
नजरिये का अंतर जरुर है ,मेरे भाई !
साँस से शुरुआत होता जीवन का चक्र,
खत्म होता है आखिरी से ही,मेरे भाई !

कुछ कर लेने का नाम ही जीवन केवल,
कर लो लघु जीवन में कुछ भी भलाई ।
त्याग सेवा सहिष्णुता प्रेम भाव अमर ,
यही बस जिंदगी की केवल गाढ़ी कमाई।

नफरत राग द्वेष ईषणा अहंकार मनमुटाव
इसी में ही संसार की छिपी सकल बुराई ।
अखिल विश्व परमात्मा का सहज स्वरुप,
'नवीन'नमन कर लो ईश्वर की प्रभुताई।