2020/06/05

प्राकृतिक सुन्दरता ASHOK KUMAR AMBASSADOR OF IFCH कैसे इसकी तारीफ करू वो शब्द कहा से लाऊ खो न जाए वो रंग जो भर दिए प्रभु ने




प्राकृतिक सुन्दरता 

ASHOK KUMAR 

AMBASSADOR OF IFCH 

कैसे इसकी तारीफ करू 
वो शब्द कहा से लाऊ 

खो न जाए वो रंग
जो भर दिए प्रभु  ने 

मन मेरा तड़प  रहा 
प्रकृति  तुझे  कैसे  बचाऊ 

दर्द  तेरा न कोई समझ रहा 
रोना रोते सब आधुनिकता का 

फैल रहा मधुमेह ,विलुप्त हो रही प्रजातिया 
कैसे  मै प्रकृति  संरक्षण युक्ति इन्हे सुझाऊ

उजडती प्रकृति  कैसे  मै जश्न मनाऊ 
नम आँखों  से मै तेरा दर्द सब को सुनाऊ 

सब प्यार करे ,तुझे सजाए 
ऐसी वाणी का ओज कहा से लाऊ 

है प्रार्थना  तुझसे माँ  सरस्वती 
ऐसी निरवता मुझमे भर दे 

सब के मन मे प्रकृति  संरक्षण  
सुन्दर प्रेम भाव  रस भर दे  

हाथ उठे सबके ,सभी यह आस लगाए 
ऋणी आत्मा  इस  भू  की ,
इसके लिए सभी पेड लगाए 

भारत 05-06-2019
©️®️
अशोक कुमार 
नई बस्ती 
बडौत बागपत 
उत्तर प्रदेश